आवेदिका के डेबिट कार्ड और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का अनाधिकृत उपयोग करके पेटीएम के माध्यम से सवा तीन लाख की ठगी करने वाले पडोसी को सायबर पुलिस जबलपुर ने किया गिरफ्तार |
आवेदिका के डेबिट कार्ड चुरा कर कॉपी कर ली थी कार्ड की जानकारी ।
बहाने से ले लेता था आवेदिका का मोबाइल फ़ोन और ओटीपी देख कर कर देता था इनबॉक्स से मेसेज डिलीट |
आवेदिका ने डाला था अपना मोबाइल रिपेयरिंग के लिये Covid महामारी के कारण हुए लाक डाउन से आवेदिका नहीं ले पाई थी अपना फ़ोन । मैडम को मोबाइल देने का बोलकर रिपेयरिंग शॉप से ले गया था आरोपी बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर वाला फ़ोन |
आवेदिका के खाते से आरोपी ने उड़ाए सवा तीन लाख रूपये |
आरोपी ने paytm अकाउंट में डाले थे ठगी के पैसे फिर कर दिए अपने और अपने पिता के अकाउंट में ट्रान्सफर|
आरोपी ने ठगी के पैसों को उड़ाया मौजमस्ती और बाइक खरीदने में |
लाक डाउन के बाद बैंक जाने पर हुआ ठगी का खुलासा
साइबर पुलिस ने अकाउंट फ्रीज़ करा बचाए लगभग डेढ़ लाख रूपये |
ठगी के बाद से फरार था आरोपी |
राज्य सायबर पुलिस जोन जबलपुर द्वारा सायबर अपराधों के तत्काल निकाल करने के संबंध में की गयी कार्यवाही में आवेदिका मंत्रो उरांव निवासी पोलीपाथर जबलपुर की शिकायत जिसमे किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा आवेदिका के डेबिट कार्ड का अनाधिकृत उपयोग कर उसके खाते से सवा तीन लाख रूपये अज्ञात खातों में ट्रान्सफर करने संबंधी शिकायत आवेदन राज्य सायबर जोनल कार्यालय जबलपुर को प्राप्त हुआ था ।
पुलिस अधीक्षक श्री अंकित शुक्ला राज्य सायबर पुलिस जबलपुर के निर्देशन में आवेदिका की शिकायत को गंभीरता से लेते हुये त्वरित कार्यवाही कर अपराध क्र0 74/20 धारा 420, 419 भादवि. 66डी, 66सी आईटी एक्ट का प्रकरण दर्ज किया जाकर निरीक्षक हरिओम दीक्षित ,उप निरीक्षक पंकज साहू एवं टीम द्वारा प्रकरण की जांच प्रारंभ कर जानकारी एकत्रित की गई |paytm और सम्बंधित बैंक से फ्रॉड ट्रान्जेक्शन की जानकारी प्राप्त की गई | मामले की विवेचना में पाया गया की उक्त राशि विभिन्न दिनांक में आरोपी हर्ष शर्मा पिता मुरली शर्मा के paytm अकाउंट में ट्रांसफर की गई |paytm से प्राप्त जानकारी से पता चला की आरोपी ने उक्त फ्रॉड राशि को अपने एवं अपने पिता के इलाहाबाद बैंक के अकाउंट में ट्रांसफर किया | साथ ही आरोपी ने विभिन्न नंबरों के रिचार्ज करने ,पेट्रोल पम्प से पेट्रोल डलाने,मोटर साइकिल की क़िस्त चुकाने के लिये उक्त फ्रॉड अमाउंट का paytm के माध्यम से भुगतान किया | आरोपी हर्ष शर्मा शिकायत दर्ज होने के बाद से ही फरार था ।साइबर टीम द्वारा कई बार उसके संभावित ठिकाने में दबिश दी गई | प्रकरण की तकनीकी विवेचना एवं संकलित साक्ष्यों के आधार पर आरोपी paytm खाता धारक हर्ष शर्मा पिता मुरली शर्मा उम्र 21 वर्ष निवासी बस स्टैंड बघराजी जिला जबलपुर के व्दारा अपने पिता के साथ मिलकर उक्त कृत्य को अंजाम देना पाया गया । आरोपी से प्रकरण के संबंध में विधिवत एवं विस्तारपूर्वक पूछताछ की गई जिसने प्रकरण में स्वयं की पूर्णरूपेण संलिप्तता पाया जाना स्वीकार किया|आरोपी ने बताया कि सबसे पहले उसने आवेदिका महिला को अपने विश्वास में लिया और उसके फ़ोन और एटीएम कार्ड तक पहुँच बनाई |एटीएम कार्ड की फोटो अपने मोबाइल में सेव कर ली |जब कभी भी मौका मिलता आरोपी एटीएम कार्ड की जानकारी का उपयोग करके रकम अपने paytm अकाउंट में ट्रान्सफर कर लेता था | प्रत्येक ट्रांजेक्शन के लिये महिला के फ़ोन पर आये otp का उपयोग करता था | लॉकडाउन के दौरान आवेदिका अपने जबलपुर स्थित घर में रहने लगी जिससे आरोपी को ट्रांजेक्शन के लिये आवश्यक otp प्राप्त नहीं हो पा रहा था इसलिये आरोपी ने किसी बहाने से आवेदिका का फ़ोन कहाँ है यह पता लगाया |जब यह पता लगा की महिला का फ़ोन सिम सहित उसी के गाँव की मोबाइल रिपेयरिंग शॉप में डाला गया है उसने महिला का फ़ोन वहां से प्राप्त कर लिया चूँकि आरोपी ,महिला के काम हेतु पहले भी मोबाइल शॉप जाता रहता था इसलिये शॉप के कर्मचारी ने उसे महिला का फ़ोन दे दिया |मोबाइल मिलने के बाद आरोपी ने एक हफ्ते के अन्दर लगभग ढाई लाख रूपये महिला के अकाउंट से निकाल लिये |सैलरी सम्बन्धी कार्य से जब महिला अपने बैंक पहुंची तब उसे उसके साथ हुई धोखा धड़ी की जानकारी मिली | आरोपी के कब्जे से अपराध में प्रयुक्त स्वंय का मोबाइल फ़ोन, बैंक की पासबुक एवं महिला आवेदिका का मोबाइल फ़ोन बरामत किया गया | गिरफ्तारी का कारण बताते हुए आरोपी हर्ष शर्मा निवासी बघराजी जबलपुर को गिरफ्तार किया गया एवं गिरफ्तारी की सूचना आरोपी के परिजनों को दी गई । माननीय उच्चन्यायालय के आदेशानुसार फ्रॉड राशि के बराबर बंधपत्र प्रस्तुत करने पर आरोपी को सशर्त जमानत दी गई |
आरोपी की विस्तृत जानकारी
नाम एवं पता- हर्ष शर्मा पिता मुरली शर्मा उम्र 21 वर्ष निवासी बस स्टैंड के पास बघराजी जिला जबलपुर ।
व्यवसाय- स्वास्थ्य विभाग में अस्थाई नौकरी ।
प्रकरण में निरीक्षक हरिओम दीक्षित , उपनिरीक्षक पंकज साहू , आर0 आसिफ खान, आर0 विजय की महत्वपूर्ण भूमिका रही।