फर्जी मैट्रीमोनियल प्रोफाइल का उपयोग कर एन.आर.आई. डॉक्टर बनकर युवती को ठगने वाला गिरफ्त मे.

एन.आर.आई. डॉक्टर बनकर शहर की युवती को ठगने वाला अंतर्राज्यीय आरोपी राज्य सायबर जबलपुर की गिरफ्त मे

एन.आर.आई ( इस्तांबुल तुर्की )डॉक्टर की फर्जी मेट्रीमोनियल प्रोफाइल बनाकर लाखों रुपयों की ठगी करने वाला अंतर्राज्यीय मास्टर माइंड आरोपी गिरफ्तार ।
शहर की युवती से की थी लगभग 2,00,000/- रुपयों की ठगी, युवती के शिकायत दर्ज करते ही त्वरित कार्यवाही करते हुये 72 घंटों के अंदर आरोपी को किया गया गिरफ्तार ।
स्वयं को महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस नासिक महाराष्ट्र का ग्रेजुएट बताया था आरोपी ने एवं लंदन मे सर्जन के कार्य का अनुभव का किया था उल्लेख । प्रतिवर्ष डेढ लाख डॉलर बताई थी स्वयं की आमदनी । 
अलग अलग फर्जी मैट्रीमोनियल प्रोफाइल का उपयोग कर शादी करने का झांसा देकर करता था युवतियों के साथ ठगी, विशेषकर मराठी युवतियों को बनाता था अपना शिकार ।
प्रोफाइल मे एन.आर.आई. युवक बनकर स्वयं को डॉक्टर बताकर अन्य युवकों के फोटो का उपयोग कर,  लुभावने विदेशी भवनों, स्थानों एवं शैक्षणिक योग्यता का समावेश, विदेशों की लोकेशन, फोटो का करता था फर्जी तरीके से उपयोग  ।
लंदन मे रहकर किया था डेंटिस्ट असिस्टेंट का कोर्स, इसीलिये आरोपी को था विदेशी रहन – सहन, बोलचाल व मेडिकल शब्दावली का ज्ञान । आरोपी अंग्रेजी, हिन्दी, मराठी भाषाओं मे है निपुण, इसीलिये आसानी से बना लेता था युवतियों को ठगी का शिकार । 
विगत कई वर्षो से सक्रिय है सायबर अपराध जगत मे आरोपी । जगह बदलने का था आदी पहले मुंबई, पुणे, जलगांव, खंडवा, इंदौर एवं देवास मे रह चुका है आरोपी एवं इन जगहों पर बैंक खाते भी खुलवाये ।
आरोपी के कब्जे से मिले कई एटीएम कार्ड्स, बैंक पासबुक्स / चेकबुक्स एवं पांच मोबाइल फोन्स ।
ठगी के पैसों से होटलों मे रुककर करता था अय्याशी, बनाता था ठगी की नवीन योजनाएं  ।
सायबर संबंधी अपराधों को घटित करने मे तकनीकी रूप से दक्ष एवं शातिर है आरोपी ।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राज्य सायबर सेल मुख्यालय भोपाल. श्री मिलिंद कानस्कर द्वारा सायबर अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये थे , जिसके तारतम्य मे पुलिस अधीक्षक राज्य सायबर सेल जबलपुर श्री अंकित शुक्ला ने बताया कि थाना राज्य सायबर सेल जबलपुर कार्यालय मे आवेदिका कृति सिंदे ( परिवर्तित नाम )  निवासी जबलपुर द्वारा शिकायत की गई थी कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा डॉक्टर व्रुशाल कर्वे के नाम से  जीवनसाथी डॉट कॉम पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर आवेदिका के साथ लगभग 1,92,000/- रुपयों की ठगी की गई है । उक्त आवेदन को शिकायत क्रमांक 344/2020 मे दर्ज कर गंभीरता से संज्ञान मे लेकर त्वरित जांच कार्यवाही प्रारंभ की गई एवं जांच के दौरान फर्जी प्रोफाइल बनाने वाले व्यक्ति की पहचान वैभव सतीश कपले के रूप मे की गई जिसके  विरुध्द अपराध क्रमांक 149/2020 धारा 419,420,468,471,120B भादवि0 व 66 डी आई.टी. एक्ट की कायमी की गई । आवेदिका द्वारा प्रदाय आरोपी के संदिग्ध मोबाइल नंबरों, बैंक खातों की जानकारी की जांच के उपरांत आरोपी की पहचान हुई एवं कोटक महिन्द्रा बैंक, यूनियन बैंक इत्यादि से प्राप्त जानकारी के आधार पर आरोपी के द्वारा उपरोक्त  खातों  का उपयोग कर आवेदिका के साथ ठगी किया जाना प्रमाणित पाया गया । आरोपी को  विवेचना के दौरान तकनीकी साक्ष्यों की सहायता से जबलपुर रेलवे स्टेशन के समीप गिरफ्तार किया गया । राज्य सायबर पुलिस द्वारा शिकायत के मात्र 72 घंटों के भीतर आरोपी की पतारसी कर उसकी गिरफ्तारी की गई । आरोपी से पूछताछ पर पता चला है कि आरोपी मुंबई मे डाटा एंट्री ऑपरेटर का कार्य करता था एवं लंदन मे डेंटिस्ट असिस्टेंन्ट का डिप्लोमा भी कर चुका है । इसी कारण फर्राटेदार अंग्रेजी एवं मेडिकल से संबंधित बातों का ज्ञान था जिसका उपयोग वह विभिन्न युवतियों को गुमराह कर ठगी का शिकार बनाता था । मराठी भाषा के अच्छे ज्ञान के कारण अधिकांश मराठी युवतियों से ठगी करता था । आरोपी बार – बार मोबाइल बदलकर ठगी को अंजाम देता था, इसीलिये काफी समय से पुलिस की पहुंच से दूर था परंतु राज्य सायबर पुलिस जोन जबलपुर की त्वरित कार्यवाही से आरोपी वैभव सतीश कपले को गिरफ्तार किया जा सका है ।  विवेचना के दौरान इस बात का पता लगाया जा रहा है कि आरोपी द्वारा और कौन युवक / युवतियों के  साथ ठगी  की गई है एवं जप्त मोबाइल बैंक खातों का परीक्षण कर अग्रिम विवेचना की जावेगी ।

आरोपी का विवरण
वैभव सतीश कपले पिता स्व. सतीश कपले उम्र 46 वर्ष निवासी प्लॉट नं. 53 नैल्को C/O सुभाषनगर नागपुर महाराष्ट्र ।
प्रकरण की विवेचना एवं आरोपीगण की गिरफ्तारी मे निरीक्षक हरिओम दीक्षित, निरीक्षक विपिन ताम्रकार, उपनिरीक्षक प्रवेन्द्र दुबे, उप निरी निलेश अहिरवार, प्र० आर० मनीष उपध्याय, आरक्षक अजीत गौतम, आरक्षक आलोक चौबे, आरक्षक अमित गुप्ता एवं महिला आरक्षक अवनी  की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

क्या करे:-

1. प्रोफाइल मे दर्शाई गई जानकारी की सत्यता की जांच कर लें एवं प्रोफाइल मे दर्ज व्यक्ति की  मनसा की जांच अवश्य कर लें ।
2. वह व्यक्ति जिससे आप मैट्रीमोनियल साइट्स के माध्यम से संपर्क कर बातचीत कर रहे हैं उसके नाम के समस्त सोशल मीडिया अकाउंट्स की जानकारी अवश्य एकत्र कर लें ।
3. संपर्क किये जाने वाले व्यक्ति के पारिवारिक पृष्ठभूमि, शिक्षा एवं नौकरी की जांच अवश्य कर लें ।
4. व्यक्ति जिससे आप मैट्रीमोनियल साइट के माध्यम से संपर्क मे हैं उसके कॉमन फ्रेन्ड्स एवं अपने परिजनों व मित्रों के द्वारा उस व्यक्ति की जानकारी साझा कर वास्तविकता की जांच कर लें । 
5. संपर्क साधने वाले उस व्यक्ति से व्यक्तिगत रूप से मिलें एवं सत्यता से अवगत हों ।
6. मैट्रीमोनियल साइट्स के माध्यम से व्यक्ति द्वारा पैसों की मांग की जाय एवं इसमे आपको कुछ भी संदिग्ध प्रतीत हो तो तुरंत साइबर पुलिस को इसकी सूचना दें । 
//क्या न करें //
1. मैट्रीमोनियल साइट के माध्यम से संपर्क मे आये व्यक्तियों से प्रत्यक्ष रूप से मिले बिना उनसे भावनात्मक रूप से न जुडें । 
2. उक्त साइट के माध्यम से विवाह से पूर्व किसी भी प्रकार की अपने खातों एवं बैंक अकाउंट्स की जानकारी उक्त साइट पर साझा न करें ।
3. उक्त साइट के माध्यम से विवाह से पूर्व किसी भी प्रकार की पारिवारिक फोटो, स्वयं की फोटो व वीडियो कदापि साझा न करें । 
4. मैट्रीमोनियल साइट पर संपर्क मे आये व्यक्तयों से किसी भी प्रकार के उपहार व पैसे स्वीकार न करें ।
Shakeel kabeer

Cyber Crime Law Consultant and Tech Journalist by profession.Post graduate in cyber law and Journalism. Founder - cyber welfare society and WiFi India along with the team of IT experts.

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